cpanel kya hai hindi tutorial – अगर आप ऑनलाइन ब्लॉगिंग या अपने वेबसाइट (Website) को चलाते हैं तो आपको cPanel या कंट्रोल पैनल के बारे में अवश्य ही जानकारी होगी। आप अपनी वेबसाइट को इसी की मदद से चलाते हैं। किसी की मदद से आप अपने वेबसाइट के सभी फाइल्स को देख और मैनेज कर सकते हैं। आप जब भी अपने वेबसाइट को चलाने के लिए होस्टिंग खरीदते हैं तो आपको इसी के साथ एक कंट्रोल पैनल दिया जाता है जिसके जरिए आप अपने वेबसाइट (Website) के सारे फाइल था और डाटा को ऑनलाइन Run करवा सकते है।
क्योंकि बिना सीपैनल के आप अपने वेबसाइट (Website) या फाइल (File) को मैनेज करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि जब भी आप अपने डोमेन (Domain) को होस्ट करने के लिए होस्टिंग खरीदते हैं तो आपको उसके साथ एक कंट्रोल पैनल दे दिया जाता है ताकि आप आसानी से अपने वेबसाइट और डोमिन को चला सके और अपने ऑनलाइन कंटेंट को डाल सके।

सीपैनल (cPanel) एक रिप्रोग्राम्ड सॉफ्टवेयर (Pre-Programmed Softwere) होता है जो कि हमें वेबसाइट (Website) या अपने ब्लॉग को मैनेज करने में मदद करता है। और यहां से आप कोडिंग (Coding) के जरिए अपने वेबसाइट (Website) को बना भी सकते हैं और किसी भी समस्या आने पर उसे सुधार भी सकते हैं।
cPanel Hosting क्या होता है?
सीपैनल होस्टिंग एक लिनाक्रे पोस्टिंग है जहां आपको सीपैनल को इंस्टॉल करके दिया जाता है कि पैनल के फायदे और नुकसान दोनों ही है। लेकिन इसकी मदद से आप कोडिंग या प्रोग्रामिंग के जरिए आप अपनी वेबसाइट को बना सकते हैं और उसके कोड को एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर भी कर सकते हैं।
सीपैनल (cPanel) के फायदे
- सीपैनल को चलाना काफी है आसान है और इसे सीखना भी बिल्कुल आसान है अगर आप किसी तरह का कोडिंग या प्रोग्रामिंग नहीं जानते हैं तो भी आप ही से आसानी से चला सकते हैं।
- आप अपने वेबसाइट को इसके इस्तेमाल से आसानी से चला सकते हैं इसमें बहुत ऐसे फीचर दिए गए हैं जिसकी मदद से आप बिना किसी कोडिंग या प्रोग्रामिंग जाने बगैर अपने वेबसाइट को बना सकते हैं और उसे चला सकते हैं।
- सीपैनल में आपको किसी भी प्रकार का प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखने की आवश्यकता नहीं है इसकी मदद से आप स्वयं ही अपनी वेबसाइट में होने वाली समस्याओं को ढूंढ कर उसका समाधान कर सकते हैं इससे आपका समय और पैसा दोनों ही बचता है।
- सीपैनल अन्य कंट्रोल पैनल की तुलना में काफी ही भरोसेमंद है इसमें आपको वेबसाइट से जुड़ी सभी समस्याओं और Error के लिए ऑप्शन दिए गए हैं।
- इसमें अलग-अलग प्लेटफार्म के लिए जैसे WordPress Laraval Drupal Joomla etc को इंस्टॉल कर सकते है। WordPress Laraval Drupal Joomla php python जैसे कई सॉफ्टवेयर के लिए आपको ऑटो इंस्टॉल दिए गए हैं जिसकी मदद से आप एक क्लिक में install और run कर सकते है।
cPanel Dashboard को कैसे Access करें ?
अगर आप अपने वेबसाइट को पोस्ट करने के लिए cPanel होस्टिंग का उपयोग कर रहे हैं तो आपको अपने cPanel को इस्तेमाल करने के लिए आपके होस्टिंग प्रोवाइडरअकाउंट (Hosting provider account) में ईमेल के द्वारा एक लिंक दिया जाएगा जिसकी मदद से आप cPanel Dashboard खोल सकते हैं। अगर आपको किसी भी प्रकार का लिंक नहीं दिया गया है तो आपको मैं कुछ ऐसा Trick बताने जा रहा हूं जिसकी मदद से आप अपने डोमेन नेम (Domain Name) के साथ इसे लगाकर आसानी से अपने cPanel Dashboard को ओपन कर सकते हैं।

- यदि आपका वेबसाइट Domain Name http से शुरू होता है तो आप अपने वेबसाइट डोमेन (Doamin) के अंत में :2082 लगाकर आसानी से cPanel Dashboard को ओपन कर सकते हैं
- यदि आपका वेबसाइट Domain Name https से शुरू होता है तो आप अपने वेबसाइट डोमेन (Doamin) के अंत में :2083 लगाकर आसानी से cPanel Dashboard को ओपन कर सकते हैं।
इसके बाद आपके सामने cPanel का Login पेज ओपन हो जाएगा जहां आपको अपने Username और Password डालकर इसे खोलना पड़ेगा।
cPanel का इस्तेमाल कैसे करे?
फ्लैग होस्टिंग प्रोवाइडर के cPanel में अलग-अलग फीचर दिए हुए होते हैं लेकिन यहां अलग-अलग सेक्शन के बारे में जानना बहुत आसान है। जब आप पहली बार cPanel में लॉगिन करेंगे तो आपको सबसे पहले CPU usage, Storage Space, Login IP Address, Server Information etc दिखाई देगा। आपका मेमोरी कितना दिया हुआ है और आप का सीपीयू रैम स्टोरेज कितना है यह सभी डाटा आपको दिखाई देंगे। चलिए नीचे मैं आपको एक क करके सभी मेनू को बताता हूं कि किस Menu का इस्तेमाल आप किस तरह कर सकते हैं।
File Manager
सीपैनल के फाइल मैनेजर में आप अपनी वेबसाइट के सारे फाइल्स को रख सकते हैं और यह सबसे इंपॉर्टेंट सेक्शन होता है इसी सेक्शन में आप कोई भी नए वेबसाइट को क्रिएटिव बनाते हैं। यहां पर आप अगर कोडिंग जानते हैं तो नई फाइल को क्रिएट करके आप कोडिंग की मदद से नई वेबसाइट को क्रिएट कर सकते हैं और यह वेबसाइट आपको लाइव आपके डोमेन पर दिखाई देगा। आप यहां जो भी चेंज करेंगे वह आपके वेबसाइट पर हो जाएगा। फाइल मैनेजर में वेबसाइट को होस्ट करने के लिए सबसे पहले आपको अपने Doamin को अपने Hosting के साथ Add करना होगा Add करने के पश्चात आप फाइल मैनेजर (File Manager) को ओपन करके अपनी Domain Name का एक फोल्डर बनाना होगा जिसके अंदर आप अपने वेबसाइट की सारी फाइल्स रखेंगे।
इसमें कुछ Important Menu इस प्रकार हैं: –
File Manager Menu
- Backup
- Backup Wizard
- Directory Privacy
- Disk Usage
- File Manager
- FTP Accounts
- FTP Connections
- Images
- Web Disk
Database
अगर आप अपने वेबसाइट पर यूजर्स के द्वारा डाला गया डाटा को सेव करना चाहते हैं तो आपको अपनी वेबसाइट पर डाटाबेस का उपयोग करना पड़ेगा। इसके लिए इसमें कई मैन्यूज होते हैं जिसमें से Myschool Database Important है और php Myadmin । जिसकी मदद से आप यूजर्स के द्वारा डाला गया डाटा जैसे नाम, पता, एड्रेस, कमेंट, नंबर, या अन्य डाटा को सेव कर सकते हैं।
इसमें कुछ Important Menu इस प्रकार हैं
Database Menu
- MySQL Database Wizard
- MySQL Databases
- phpMyAdmin
- Remote MySQL
Web Applications
सीपैनल के वेब एप्लीकेशन में आप अलग-अलग तरह के सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर सकते हैं और इसका इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे WordPress Laraval Drupal Joomla etc. इस सेक्शन में आप वर्डप्रेस के जरिए अपना वेबसाइट भी बना सकते हैं और उसे खुद ही मैनेज भी कर सकते हैं इसमें आपको किसी भी प्रकार की कोडिंग या प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
- Drupal
- Joomla
- phpBB
- WordPress
Domains
सीपैनल के इंफेक्शन में आप अपने Domain को Hosting के साथ ऐड कर सकते हैं| साथियों इस पर सब्डोमेन भी बना सकते हैं और साइट को रीडायरेक्ट भी कर सकते हैं इस सेक्शन में आप डोमेन से रिलेटेड सभी चीज को मैनेज कर सकते हैं जिसमें यह सभी आते हैं ।
- Addon Domains
- Aliases
- DNS Manager
- Preview Website
- Redirects
- Subdomains
Cpanel tutorials in hindi
इस तरह आप सीपैनल का इस्तेमाल अपने वेबसाइट को बनाने और अपने डोमेन को होस्ट करने के लिए कर सकते हैं। अगर आप अपने वेबसाइट या ब्लॉग चलाते हैं तो आपको एक कंट्रोल पैनल या की पैनल की आवश्यकता और से ही पड़ेगी और इसे चलाने के लिए आपको इसे जानना बहुत ही आवश्यक है।
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